यह सुप्रभाती छत्तीसगढ़ के महनीय स्वतंत्रता संग्राम सेनानी गांधीवादी नेता समाजवादी विचारक एवं अधिवक्ता स्वर्गीय कमलनारायण शर्मा की पारिवारिक धरोहर है। धरोहर इसलिए कि यह राजिम के निकट स्थित उनके गृहग्राम परतेवा के घर के आंगन में उनके पितामह परमानंद पांडेय द्वारा स्थापित मंदिर में पिछली पांच पीढ़ियों से गाई जा रही है। कदाचित यह सुप्रभाती उनके पितामह ने सिखाई थी जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलकर पांचवीं पीढ़ी तक पहुंच गई है।
आज ३० वर्षों के अथक प्रयासों के बाद हो रहे अयोध्या धाम में हम सभी भारतीयों की आस्था के सृजनहार व प्रतीक प्रभु श्री राम के भव्य मंदिर के भूमिपूजन के परम पावन व ऐतिहासिक दिन पर पवित्र भजन की ओर से राम लला के चरणों में सप्रेम अर्पित है यह भजन जिसमें सुन्दर भावों में उल्लेख है उस अप्रतिम दृश्य का जब पूज्यनीय कौशल्या माता अपने राम लला को सुबह सुबह जगा रहीं हैं। जिस प्रकार राम लला की आँखें खुलते ही समस्त जीव चराचर अभयमान हो जाते हैं, प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि उसी प्रकार अयोध्या धाम में अपने मंदिर में विराज कर हम सभी भारतवासियों को धन्य करें।
आप सभी रामभक्तों को समर्पित यह भजन। सुनें और आनन्द लें